सिद्धार्थनगर (संचार क्रांति – संवाददाता)। बृहस्पतिवार को थाना कपिलवस्तु परिसर में थानाध्यक्ष बृजेश सिंह की अध्यक्षता में थाना क्षेत्र के ड्रोन कैमरा संचालकों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। यह बैठक विशेष रूप से सुरक्षा दृष्टिगत चिंताओं और ड्रोन संचालन से जुड़े नियमों को लेकर की गई। बैठक में नगर क्षेत्र और जनपद के विभिन्न स्थानों से आए कई ड्रोन कैमरा संचालकों ने भाग लिया और अपने विचार साझा किए।
बैठक की शुरुआत में थानाध्यक्ष ने ड्रोन संचालन से जुड़े विधिक प्रावधानों और सुरक्षा मानकों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में ड्रोन कैमरों का उपयोग कई प्रकार के कार्यों जैसे विवाह समारोह, धार्मिक आयोजनों, राजनीतिक कार्यक्रमों और प्रशासनिक उपयोग में तेजी से बढ़ा है। लेकिन इसके साथ ही सुरक्षा संबंधी चुनौतियाँ भी सामने आई हैं।
बैठक में विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया गया कि ड्रोन कैमरों का दुरुपयोग किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ड्रोन संचालकों को अवगत कराया गया कि उत्तर प्रदेश ड्रोन प्रचालन सुरक्षा नीति-2023 में स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए हैं। उसी के आधार पर ही ड्रोन संचालन की अनुमति दी जाएगी। नीति के अंतर्गत संचालकों के लिए कुछ प्रमुख बिंदु अनिवार्य हैं, जिनमें—
निर्धारित ऊँचाई और सीमित क्षेत्र में ही ड्रोन का संचालन।
किसी भी भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र, संवेदनशील स्थान या सुरक्षा व्यवस्था वाले क्षेत्रों में ड्रोन उड़ाने से पहले अनुमति लेना।
सभी ड्रोन संचालकों को अपने कैमरों और उपकरणों का विवरण थाना स्तर पर उपलब्ध कराना।
सुरक्षा एजेंसियों द्वारा दिए गए समय-समय पर आदेशों का पालन करना।
थानाध्यक्ष बृजेश सिंह ने बैठक में यह भी कहा कि ड्रोन कैमरों का प्रयोग जिम्मेदारी और पारदर्शिता के साथ किया जाए। किसी भी स्थिति में इसका उपयोग अवैध गतिविधियों या अफवाह फैलाने जैसे कार्यों में नहीं होना चाहिए। उन्होंने संचालकों से अपील की कि वे प्रशासन के सहयोगी बनें और क्षेत्र में शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने में मदद करें।
बैठक में मौजूद ड्रोन संचालकों ने भी पुलिस प्रशासन को आश्वस्त किया कि वे नियमों और नीतियों का पालन करते हुए ही अपना कार्य करेंगे। उन्होंने ड्रोन संचालन से संबंधित कुछ तकनीकी सवाल भी पूछे, जिनका समाधान थानाध्यक्ष और पुलिस टीम ने विस्तार से किया।
अंत में पुलिस प्रशासन ने सभी संचालकों से कहा कि भविष्य में भी समय-समय पर ऐसी बैठकें आयोजित की जाएंगी ताकि ड्रोन संचालन पर पूरी निगरानी रखी जा सके और साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा सके।
यह बैठक न केवल ड्रोन संचालकों के लिए जागरूकता का माध्यम बनी बल्कि क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और विधिक व्यवस्था को बनाए रखने के लिए भी एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुई।