संचार क्रांति सिद्धार्थनगर। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार मंगलवार को अरविन्द राय पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण की अध्यक्षता में आगामी 8 मार्च को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत में मोटर दुर्घटना से संबंधित क्लेम पेटिशन मामलों को अधिक से अधिक संख्या में निस्तारित किए जाने हेतु प्री-ट्रायल बैठक का आयोजन किया गया।
अरविन्द राय पीठासीन अधिकारी, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण द्वारा उपस्थित पक्षकारों को जानकारी दी गयी कि लोक अदालत का मुख्य उद्देश्य न्यायिक प्रक्रिया को सरल, सुलभ और त्वरित बनाना है। मोटर दुर्घटना मामलों में, प्री-ट्रायल मीटिंग का आयोजन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह प्रक्रिया विवाद को अदालत में लंबी सुनवाई तक ले जाने के बजाय एक आपसी सहमति से हल करने का अवसर प्रदान करती है। प्री-ट्रायल मीटिंग में शामिल पक्षों को मध्यस्थता के माध्यम से विवाद सुलझाने के लिए बुलाया जाता है।
मनोज कुमार तिवारी अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश/पूर्णकालिक सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिरकण द्वारा यह कहा गया कि हमारा मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि न्याय शीघ्र और सुलभ रूप से प्रदान किया जाए। मोटर दुर्घटना के मामलों में समय पर मुआवजा मिलना न केवल पीड़ितों के लिए आवश्यक है, बल्कि यह सभी संबंधित पक्षों के बीच एक सकारात्मक संवाद स्थापित करने का अवसर भी प्रदान करता है।
अरविन्द राय पीठासीन अधिकारी, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण, द्वारा प्री-ट्रायल के लिए कुल 42 पत्रावलियां नियत की गयी थी जिसमें पक्षकारगण व उनके विद्वान अधिवक्तागण के साथ-साथ बीमा कंपनी की आेर से उनके अधिवक्तागण उपस्थित आये। राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक मोटर दुर्घटना से संबंधित क्लेम पेटिशनों को निस्तारित किये जाने पर बल दिया गया तथा बीमा कम्पनी एवं मोटर दुर्घटना से संबंधित क्लेम पेटिशन मामलों से सम्बन्धित अधिवक्तागणों से अधिक से अधिक पत्रावलियों को निस्तारित कराए जाने का प्रयास करने हेतु विचार विमर्श किया गया।
बैठक में मनोज कुमार तिवारी अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश/पूर्णकालिक सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सम्पूर्णानन्द बक्शी, इजहार अहमद खान, प्रमोद धर द्विवेदी, संजय कुमार दूबे, मकसूद आलम, प्रभाकर गुप्ता, सरफराज मलिक, नफीस हैदर, रामप्रकाश धर द्विवेदी, मनीष मणि त्रिपाठी, शहनशाह व अधिवक्तागण तथा पक्षकार व इन्श्योरेंश कम्पनी की ओर से उनके अधिवक्तागण के साथ-साथ कार्यालय मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के कर्मचारीगण एवं कार्यालय जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कर्मचारीगण उपस्थित रहें।


