संचारक्रांति वरिष्ठ संवाददाता। सिद्धार्थनगर (यूपी)। जनपद के गोल्हौरा थाना क्षेत्र के ग्राम अकोल्हिया में बीते 27 अगस्त की रात्रि में बच्चों के विवाद को लेकर दो पक्षों में जमकर मारपीट हुई। जिसमें एक पक्ष के गम्भीर रूप से घायल व्यक्ति की इलाज के दौरान लखनऊ में मौत हो गई। जिसको लेकर ग्रामीण आक्रोशित हैं। वे आरोपितों के खिलाफ कार्यवाही कराने को लेकर मंगलवार की भोर से ही देर सायं तक शव को घर पर ही रखे रहे, और अंतिम संस्कार करने से मना दिया। मुकामी थाने की पुलिस हर सम्भव कार्यवाही का आश्वसन देते हुए सुबह से मान मनोव्वल में लगी रही। बावजूद इसके समाचार लिखे जाने तक शव का अंतिम संस्कार नही किया गया था।
उल्लेखनीय है कि बीते 27 अगस्त की रात्रि लगभग 8 बजे गोल्हौरा थाना क्षेत्र के ग्राम अकोल्हिया निवासी बाल्मीकि पुत्र रामसेवक अपने घर के पूरब स्थित गड़ही के समीप लघु शंका करने गया था। उसी दौरान वहां गांव का ही विदेशी पुत्र पांचू आ गया। और पूर्व में हुए बच्चों के विवाद को लेकर उसे गाली गुप्ता देने लगा। दोनों में झड़प चल ही रही थी कि शोर सुनकर मौके पर बाल्मीकि के माता पिता आ गए, और कहासुनी करके अपने बेटे को साथ लेकर घर वापस आ गए। बताते हैं कि झड़प व कहासुनी से खार खाया उक्त विदेशी कुछ ही देर बाद गांव के ही रंजीत पुत्र बालकरन, बालकरन पुत्र फुलेराज, गोलू पुत्र शिवकरन व अपने परिवार वालों के साथ बाल्मीकि के घर आकर गाली व जान से मारने की धमकी देते हुए मारपीट शुरू कर दिया। दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई। जिसमें बाल्मीकि के पिता रामसेवक पुत्र रामदत्त व मां रमावती गम्भीर रूप से घायल हो गये। लोग उन्हें इलाज हेतु संयुक्त चिकित्सालय बांसी ले गए। चिकित्सकों ने गम्भीर हालत देख उन्हें जिला मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। मेडिकल कालेज में रामसेवक का हालत खराब होता देख उनकी पत्नी रमावती को वहीं भर्ती कराकर स्वजन उन्हें जिला मुख्यालय स्थित बीपीएल हॉस्पिटल में भर्ती करा दिये। जब स्थिति में यहां भी सुधार नही हुआ, तो परिवार वाले बीते 28 अगस्त को रामसेवक को इलाज हेतु राम मनोहर लोहिया अस्पताल लखनऊ ले गए। वहां इलाज चल ही रहा था कि बीते 31 अगस्त/1 सितम्बर की रात्रि में उनकी मौत हो गई। सोमवार को केजीएमयू मेडिकल कालेज लखनऊ में पोस्टमार्टम कराकर मंगलवार की भोर में शव घर ले आये। रामसेवक की मौत से आक्रोशित ग्रामीण व उनके परिवार जन तथा सम्बन्धी आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही किये जाने को लेकर शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिए। मुकामी थाने की पुलिस देर सायं तक उन्हें मनाने में लगी रही। लेकिन लोगों ने समाचार लिखे जाने तक अंतिम संस्कार नही किया था। फिलहाल जो भी हो मारपीट के दूसरे दिन बीते 28 अगस्त की रात्रि में गोल्हौरा थाने की पुलिस ने रामसेवक के पुत्र बाल्मीकि की तहरीर पर मुकदमा अपराध संख्या 82/25 धारा 115 (2), 352, 351 (3) बीएनएस दर्ज कर लिया था। और रामसेवक की मौत के बाद मंगलवार को उक्त बाल्मीकि की ही तहरीर पर दर्ज मुकदमे में धारा 105, 110, 117(1) बीएनएस की बृद्धि कर आरोपितों की तलाश व छानबीन सरगर्मी से शुरू कर दिया है। बताते हैं कि मारपीट में दूसरे पक्ष के भी दो लोगों चोटिल हुए थे। फिलहाल जो भी हो लोग घटना में शामिल अन्य आरोपितों का नाम शामिल किए जाने को लेकर शव का अंतिम संस्कार नही कर रहे हैं। जबकि पुलिस ने जांच में साक्ष्य पाए जाने व गवाहों के बयान के आधार पर पाए गए दोषियों का नाम मुकदमें में शामिल करने का आश्वासन भी दिया है। फिलहाल पीड़ित के घर सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत पुलिस बल तैनात कर दी गई है। रामसेवक की पत्नी रमावती को अस्पताल से घर ले आये हैं। उक्त बावत थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार गुप्ता ने कहा कि आरोपितों के खिलाफ जो भी सम्भव विधिक कार्यवाही होनी चाहिए वह की गई है। शीघ्र ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। और जांच में दोषी पाए गए अन्य आरोपितों को भी नही बख्शा जाएगा।