संचार क्रान्ति, सिद्धार्थनगर। शनिवार को गोल्हौरा थाना क्षेत्र में चहुंओर आग ही आग से हाहाकार मचा रहा। दर्जन भर से अधिक गांव के सिवान आग की चपेट में आ गए, जिसमें लगभग 3 सौ बीघा गेहूं की खड़ी फसल जहां जलकर खाक हो गई, वहीं सैकड़ों एकड़ गेहूं का डंठल राख हो गया। देर सायं हवा कम होने के बाद आग पर लोगों ने काबू पाया।
बताते हैं कि इटवा तहसील क्षेत्र के भरवलिया, करही खास, मऊ नानकार, हिलंगी नानकार से गेहूं का डंठल जलते हुए आग बांसी तहसील क्षेत्र के ढेढुआ में भयावह रूप धारण कर लिया। ग्रामीण गांव बचाने में जुट गए, लेकिन आग सरांव के सिवान से गोल्हौरा व बरांव नानकार के बीच से होते हुए तिवारीपुर, पिपरी तक पहुंच गया। उक्त गांव के ग्रामीणों ने काफी मशक्कत के बाद देर सायं आग पर काबू पाया। बताते हैं कि तिवारीपुर में लगभग सौ बीघा गेहूं की फसल जलकर नष्ट हुई है। उक्त गांवों के सिवान में सैकड़ों एकड़ भूसा बनाने के लिए खड़ी डंठल जलकर राख हो गई।
शनिवार अपराह्न लगभग 1 बजे थाना क्षेत्र के ही गैर आबाद गांव मनधरापुर के सिवान में गेहूं की कटाई कर रही कम्बाइन मशीन से आग लग गई। तेज पछुआ हवा के चलने से आग ने भयावह रूप धारण कर लिया, और जाल्हेखोर, मेंचुका, डडवा घाट, बनौली से तेलौरा घाट के सिवान तक फैल गई। जिससे इन गांवों के किसानों का लगभग दो बीघा गेहूं की फसल के अलावा कई बीघा डंठल जल गई है। बताते हैं जिस कम्बाइन से आग लगी है उसी से बीते दिन शुक्रवार को भी भैंसठ में आग लगी थी। जिसपर ग्रामीणों ने कड़ी मेहनत कर काबू पा लिया था। लोगों की मानें तो यदि कम्बाइन स्वामी के खिलाफ शुक्रवार को ही प्रशासन विधिक कार्रवाई कर देता, तो यह घटना नही हुई होती। फिलहाल जो भी थानाक्षेत्र में हुई तीसरे दिन तक की अगलगी की घटना में जहां लगभग 2 हजार बीघा गेंहू की फसल जली होगी, वहीं हजारों बीघा भूसा बनाने के लिए गेहूं का डंठल राख में तब्दील हो गया। जिससे किसानों के समक्ष पशुचारा का संकट उत्तपन्न हो गया है। क्षेत्र के दर्जनों गांवों में अभी फसल की कटाई नही हो सकी है। जिससे वहां के किसान अगलगी की घटनाओं के देखते हुए भयभीत हैं। उक्त बावत थानाध्यक्ष बृजेश से ने कहा कि अनेकों गांव में लगी आग की सूचना से पूरे दिन पुलिस हलकान रही। घटना स्थलों पर पहुंचकर आग बुझवाने में जितना सहयोग हो सकता है किया गया है।